דברי הימים ב 32

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2 Chronicles 32 Hebrew Transliterated Bible

Sennacherib invading Judah, Hezekiah fortifies himself, and encourages his people
’a·ḥă·rê  had·də·ḇā·rîm  wə·hā·’ĕ·meṯ  hā·’êl·leh,    san·ḥê·rîḇ  me·leḵ-  ’aš·šūr;  way·yā·ḇō  ḇî·hū·ḏāh,  way·yi·ḥan  ‘al-  he·‘ā·rîm  hab·bə·ṣu·rō·wṯ,  way·yō·mer  lə·ḇiq·‘ām  ’ê·lāw.  way·yar  yə·ḥiz·qî·yā·hū,  kî-  ḇā  san·ḥê·rîḇ;  ū·p̄ā·nāw  lam·mil·ḥā·māh  ‘al-  yə·rū·šā·lim.  way·yiw·wā·‘aṣ,  ‘im-  śā·rāw  wə·ḡib·bō·rāw,  lis·tō·wm  ’eṯ-  mê·mê  hā·‘ă·yā·nō·wṯ,  ’ă·šer  mi·ḥūṣ  lā·‘îr;  way·ya‘·zə·rū·hū.  way·yiq·qā·ḇə·ṣū  ‘am-  rāḇ,  way·yis·tə·mū  ’eṯ-  kāl-  ham·ma‘·yā·nō·wṯ,  wə·’eṯ-  han·na·ḥal  haš·šō·w·ṭêp̄  bə·ṯō·wḵ-  hā·’ā·reṣ  lê·mōr;  lām·māh  yā·ḇō·w·’ū  mal·ḵê  ’aš·šūr,  ū·mā·ṣə·’ū  ma·yim  rab·bîm.  way·yiṯ·ḥaz·zaq  way·yi·ḇen  ’eṯ-  kāl-  ha·ḥō·w·māh  hap·pə·rū·ṣāh  way·ya·‘al  ‘al-  ham·miḡ·dā·lō·wṯ,  wə·la·ḥū·ṣāh  ha·ḥō·w·māh  ’a·ḥe·reṯ,  way·ḥaz·zêq  ’eṯ-  ham·mil·lō·w  ‘îr  dā·wîḏ;  way·ya·‘aś  še·laḥ  lā·rōḇ  ū·mā·ḡin·nîm.  way·yit·tên  śā·rê  mil·ḥā·mō·wṯ  ‘al-  hā·‘ām;  way·yiq·bə·ṣêm  ’ê·lāw,  ’el-  rə·ḥō·wḇ  ša·‘ar  hā·‘îr,  way·ḏab·bêr  ‘al-  lə·ḇā·ḇām  lê·mōr.  ḥiz·qū  wə·’im·ṣū,  ’al-  tî·rə·’ū  wə·’al-  tê·ḥat·tū,  mip·pə·nê  me·leḵ  ’aš·šūr,  ū·mil·lip̄·nê  kāl-  he·hā·mō·wn  ’ă·šer-  ‘im·mōw;  kî-  ‘im·mā·nū  raḇ  mê·‘im·mōw.  ‘im·mōw  zə·rō·w·a‘  bā·śār,  wə·‘im·mā·nū  Yah·weh  ’ĕ·lō·hê·nū  lə·‘ā·zə·rê·nū,  ū·lə·hil·lā·ḥêm  mil·ḥă·mō·ṯê·nū;  way·yis·sā·mə·ḵū  hā·‘ām,  ‘al-  diḇ·rê  yə·ḥiz·qî·yā·hū  me·leḵ-  yə·hū·ḏāh.   
Hezekiah and Isaiah pray against the blasphemies of Sennarchib
’a·ḥar  zeh,  laḥ  san·ḥê·rîḇ  me·leḵ-  ’aš·šūr  ‘ă·ḇā·ḏāw  yə·rū·šā·lay·māh,  wə·hū  ‘al-  lā·ḵîš,  wə·ḵāl  mem·šal·tōw  ‘im·mōw;  ‘al-  yə·ḥiz·qî·yā·hū  me·leḵ  yə·hū·ḏāh,  wə·‘al-  kāl-  yə·hū·ḏāh  ’ă·šer  bî·rū·šā·lim  lê·mōr.  10 kōh  ’ā·mar,  san·ḥê·rîḇ  me·leḵ  ’aš·šūr;  ‘al-  māh  ’at·tem  bō·ṭə·ḥîm,  wə·yō·šə·ḇîm  bə·mā·ṣō·wr  bî·rū·šā·lim.  11 hă·lō  yə·ḥiz·qî·yā·hū  mas·sîṯ  ’eṯ·ḵem,  lā·ṯêṯ  ’eṯ·ḵem,  lā·mūṯ  bə·rā·‘āḇ  ū·ḇə·ṣā·mā  lê·mōr;  Yah·weh  ’ĕ·lō·hê·nū,  yaṣ·ṣî·lê·nū  mik·kap̄  me·leḵ  ’aš·šūr.  12 hă·lō-    yə·ḥiz·qî·yā·hū,  hê·sîr  ’eṯ-  bā·mō·ṯāw  wə·’eṯ-  miz·bə·ḥō·ṯāw;  way·yō·mer  lî·hū·ḏāh  wə·lî·rū·šā·lim  lê·mōr,  lip̄·nê  miz·bê·aḥ  ’e·ḥāḏ  tiš·ta·ḥă·wū  wə·‘ā·lāw  taq·ṭî·rū.  13 hă·lō  ṯê·ḏə·‘ū,  meh  ‘ā·śî·ṯî  ’ă·nî  wa·’ă·ḇō·w·ṯay,  lə·ḵōl  ‘am·mê  hā·’ă·rā·ṣō·wṯ;  hă·yā·ḵō·wl  yā·ḵə·lū,  ’ĕ·lō·hê  gō·w·yê  hā·’ă·rā·ṣō·wṯ,  lə·haṣ·ṣîl  ’eṯ-  ’ar·ṣām  mî·yā·ḏî.  14   bə·ḵāl  ’ĕ·lō·hê  hag·gō·w·yim  hā·’êl·leh  ’ă·šer  he·ḥĕ·rî·mū  ’ă·ḇō·w·ṯay,  ’ă·šer  yā·ḵō·wl,  lə·haṣ·ṣîl  ’eṯ-  ‘am·mōw  mî·yā·ḏî;    yū·ḵal  ’ĕ·lō·hê·ḵem,  lə·haṣ·ṣîl  ’eṯ·ḵem  mî·yā·ḏî.  15 wə·‘at·tāh  ’al-  yaš·šî  ’eṯ·ḵem  ḥiz·qî·yā·hū  wə·’al-  yas·sîṯ  ’eṯ·ḵem  kā·zōṯ  wə·’al-  ta·’ă·mî·nū  lōw  kî-    yū·ḵal,  kāl-  ’ĕ·lō·w·ha  kāl-  gō·w  ū·mam·lā·ḵāh,  lə·haṣ·ṣîl  ‘am·mōw  mî·yā·ḏî  ū·mî·yaḏ  ’ă·ḇō·w·ṯāy;  ’ap̄    ’ĕlō·hê·ḵem,  lō-  yaṣ·ṣî·lū  ’eṯ·ḵem  mî·yā·ḏî.  16 wə·‘ō·wḏ  dib·bə·rū  ‘ă·ḇā·ḏāw,  ‘al-  Yah·weh  hā·’ĕ·lō·hîm;  wə·‘al  yə·ḥiz·qî·yā·hū  ‘aḇ·dōw.  17 ū·sə·p̄ā·rîm  kā·ṯaḇ,  lə·ḥā·rêp̄  Yah·weh  ’ĕ·lō·hê  yiś·rā·’êl;  wə·lê·mōr  ‘ā·lāw  lê·mōr,  kê·lō·hê  gō·w·yê  hā·’ă·rā·ṣō·wṯ  ’ă·šer  lō-  hiṣ·ṣî·lū  ‘am·mām  mî·yā·ḏî,  kên  lō-  yaṣ·ṣîl  ’ĕ·lō·hê  yə·ḥiz·qî·yā·hū  ‘am·mōw  mî·yā·ḏî.  18 way·yiq·rə·’ū  ḇə·qō·wl-  gā·ḏō·wl  yə·hū·ḏîṯ,  ‘al-  ‘am  yə·rū·šā·lim  ’ă·šer  ‘al-  ha·ḥō·w·māh,  lə·yā·rə·’ām  ū·lə·ḇa·hă·lām;  lə·ma·‘an  yil·kə·ḏū  ’eṯ-  hā·‘îr.  19 way·ḏab·bə·rū,  ’el-  ’ĕ·lō·hê  yə·rū·šā·lim;  kə·‘al,  ’ĕ·lō·hê  ‘am·mê  hā·’ā·reṣ,  ma·‘ă·śêh  yə·ḏê  hā·’ā·ḏām.  s  20 way·yiṯ·pal·lêl  yə·ḥiz·qî·yā·hū  ham·me·leḵ,  wî·ša‘·yā·hū  ḇen-  ’ā·mō·wṣ  han·nā·ḇî  ‘al-  zōṯ;  way·yiz·‘ă·qū  haš·šā·mā·yim.   
An angel destroys the host of the Assyrians
21 way·yiš·laḥ  Yah·weh  mal·’āḵ,  way·yaḵ·ḥêḏ  kāl-  gib·bō·wr  ḥa·yil  wə·nā·ḡîḏ  wə·śār,  bə·ma·ḥă·nêh  me·leḵ  ’aš·šūr;  way·yā·šāḇ  bə·ḇō·šeṯ  pā·nîm  lə·’ar·ṣōw,  way·yā·ḇō  bêṯ  ’ĕ·lō·hāw,  [ū·mî·ṣî·’ōw  ḵ]  (ū·mî·ṣî·’ê  q)  mê·‘āw,  šām  hip·pî·lu·hū  ḇe·ḥā·reḇ.  22 way·yō·wō·ša‘  Yah·weh  ’eṯ-  yə·ḥiz·qî·yā·hū  wə·’êṯ  yō·šə·ḇê  yə·rū·šā·lim,  mî·yaḏ  san·ḥê·rîḇ  me·leḵ-  ’aš·šūr  ū·mî·yaḏ-  kōl;  way·na·hă·lêm  mis·sā·ḇîḇ.  23 wə·rab·bîm  mə·ḇî·’îm  min·ḥāh  Yah·weh  lî·rū·šā·lim,  ū·miḡ·dā·nō·wṯ,  lî·ḥiz·qî·yā·hū  me·leḵ  yə·hū·ḏāh;  way·yin·naś·śê  lə·‘ê·nê  ḵāl  hag·gō·w·yim  mê·’a·ḥă·rê-  ḵên.  s 
Hezekiah praying in his sickness, God gives him a sign of recovery
His proud heart is humbled by God
His wealth and works
27 way·hî  lî·ḥiz·qî·yā·hū  ‘ō·šer  wə·ḵā·ḇō·wḏ  har·bêh  mə·’ōḏ;  wə·’ō·ṣā·rō·wṯ  ‘ā·śāh-  lōw  lə·ḵe·sep̄  ū·lə·zā·hāḇ  ū·lə·’e·ḇen  yə·qā·rāh,  wə·liḇ·śā·mîm  ū·lə·mā·ḡin·nîm,  ū·lə·ḵōl  kə·lê  ḥem·dāh.  28 ū·mis·kə·nō·wṯ,  liṯ·ḇū·’aṯ  dā·ḡān  wə·ṯî·rō·wōš  wə·yiṣ·hār;  wə·’u·rā·wōṯ  lə·ḵāl  bə·hê·māh  ū·ḇə·hê·māh,  wa·‘ă·ḏā·rîm  lā·’ă·wê·rō·wṯ.  29 wə·‘ā·rîm  ‘ā·śāh  lōw,  ū·miq·nêh-  ṣōn  ū·ḇā·qār  lā·rōḇ;    nā·ṯan-  lōw  ’ĕ·lō·hîm,  rə·ḵūš  raḇ  mə·’ōḏ.  30 wə·hū  yə·ḥiz·qî·yā·hū,  sā·ṯam  ’eṯ-  mō·w·ṣā  mê·mê  ḡî·ḥō·wn  hā·‘el·yō·wn,  way·yayš·šə·rêm  lə·maṭ·ṭāh-  ma‘·rā·ḇāh  lə·‘îr  dā·wîḏ;  way·yaṣ·laḥ  yə·ḥiz·qî·yā·hū  bə·ḵāl  ma·‘ă·śê·hū. 
His error in the ambassage of Babylon
He dying, Manasseh succeeds him

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Westminster Leningrad Codex

Transliteration Courtesy of ALittleHebrew.com

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